आचार्य श्रीराम शर्मा >> गायत्री ही कामधेनु है गायत्री ही कामधेनु हैश्रीराम शर्मा आचार्य
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गायत्री ही कामधेनु है
गायत्री उपासकों को माता का आँचल पकड़ने से जो अनुव हुए हैं, उनका कुछ का संक्षिप्त वृत्तान्त इस पुस्तक में दिया जा रहा है। इससे असंख्यों गुने महत्वपूर्ण अनुभव तो अभी अप्रकाशित ही हैं। इतना निश्चित है कि कभी किसी की गायत्री-साधना निष्फल नहीं जाती। इस दिशा में बढाया हुआ प्रत्येक कदम कल्याणकारक ही होता है।
गायत्री उपासना कैसे करनी चाहिए ? किस-किस कार्य के लिए गायत्री महाशक्ति का उपयोग किस प्रकार, किस विधि-विधान से होना चाहिए, इसका विस्तृत वर्णन हमने गायत्री महाविज्ञान के चारों खंडो में भली प्रकार कर दिया है। पाठक उनसे सहायता लेकर आशाजनक लाभ उठा सकते हैं।
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